ललितपुर । जनपद के थाना नाराहट के ग्राम दिगवार गांव का मामला दो लाख रुपये के कर्ज़ में डूबे किसान ने पत्नी की साड़ी को मौत का फंदा बनाकर खेत में लगे पीपल के पेड़ से लटकर फांसी लगाकर अपनी इह लीला समाप्त कर दी । यही नहीं कर्ज चुकाने के लिए किसान तीन एकड़ जमीन में से डेढ़ एकड़ जमीन बेंच चुका था । फिर भी उसका कर्ज नहीं चुका था । पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया ।
बताया गया हैं कि थाना नाराहट के ग्राम दिगवार निवासी 35 वर्षीय किसान जसवंत अहिरवार पुत्र पुत्र कम्बोद ने सोमवार की रात परिजनों के साथ खाना खाया और उसके बाद जब पत्नी व बच्चे सो गये तो रात 11 बजे वह पत्नी की साड़ी उठाकर घर से एक किलोमीटर दूर खेत पर जा पहुंचा और वह लगे पीपल के पेड़ से साड़ी को बांध गले में फांसी का फंदा लगाकर लटक कर जान दे दी ए सुबह जब ग्रामीण वह से निकले तो उन्होंने उसका शव लटक देखा तो इसकी सूचना पुलिस व परिजनों को दी ए सूचना मिलने पर थाना नाराहट पुलिस मौके पर पहुंची और शव को नीचे उतारकर पंचनामा भर कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया ।
इधर मृतक के छोटे भाई करन अहिरवार ने बताया कि बड़े भाई जसबन्त खेती बाड़ी से अपने परिवार का पालन पोषण कर रहा था लेकिन खेती के लिए किसान क्रेडिट कार्ड से सेन्टर बैंक से 1 लाख 51 हजार रुपये व साहूकारों से लगभग 2 दो लाख रुपयों का कर्ज लिया था । यही नहीं पहले कर्ज चुकाने के लिए एक साल पहले डेढ़ एकड़ जमीन भी बेंच चुका था ।
मृतक के बड़े पुत्र अरविंद ने बताया कि वह तीन भाई हैं और पापा पर दो लाख का कर्ज था इसी लिए परेशान रहते थे कि कर्ज कैसे चुकाए ए जमीन भी बेंच दी थी अब मात्र उसके पास एक एकड़ जमीन बची हैं ।
थानाध्यक्ष नाराहट उदयभान गौतम ने कहा कि शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्डम के लिए भेज दिया गया हैं ।
ग्राम प्रधान दिगवार देशराज ने बताया कि मृतक किसान पर कर्ज था और वह परेशान था उसने इसकी जानकारी अपनी पत्नी को दी थी ।
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