वाराणसी।
राष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार वाराणसी यात्रा पर पहुंचे राष्ट्रपति
रामनाथ कोविंद सबसे पहले बड़ालालपुर स्थिति दीनदयाल हस्तकला संकुल गए। यहां
पर उन्होंने 3473 करोड़ रुपए की पांच परियोजनाओं का शिलान्यास किया।
इस मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि काशी स्प्रिचुअल सिटी से
स्मार्ट सिटी की ओर बढ़ रही है। यहां तरफ तो प्राचीनता नजर आती है वहीं
दूसरी आईआईटी और बीएचयू जैसे संस्थान भी हैं। साथ ही राष्ट्रपति ने कहा कि पहले बनारस आने पर बिजली के लटकते तारों से डर लगता
था। लेकिन अब सरकार ने इनको भूमिगत करके बिजली चोरी और दु्र्घटनाओं को
रोकने का काम किया है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने भी काशी के विकास के लिए बहुत काम किया है। पीएम ने
काशी को दुनिया के नक्शे पर पहचान दिलाई है। पीएम ने यहां के अस्सी घाट पर
सफाई करके एक अच्छी शुरूआत की। जिससे लोगों ने प्रेरणा ली।
इसके अलावा राष्टपति ने कौशल विकास मिशन के तहत अपने हाथों से दस लोगों को प्रमाण पत्र दिए। मिशन के तहत कुल तीन हजार लोगों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए।
उन्होंने फ्रांस के राष्ट्रपति की यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि पीएम ने मैक्रों को काशी से जुड़ी एक किताब भेंट की। जिससे वह काशी की यादों को आसानी से सहेज कर रख सकें।
इसके अलावा राष्टपति ने कौशल विकास मिशन के तहत अपने हाथों से दस लोगों को प्रमाण पत्र दिए। मिशन के तहत कुल तीन हजार लोगों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए।
उन्होंने फ्रांस के राष्ट्रपति की यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि पीएम ने मैक्रों को काशी से जुड़ी एक किताब भेंट की। जिससे वह काशी की यादों को आसानी से सहेज कर रख सकें।
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