सूत्रों से
मिली जानकारी के अनुसार डेयरी विकास मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने बताया
कि फिलहाल बड़े धार्मिक स्थलों पर इसकी शुरुआत की जाएगी, ऐसा गाय के दुग्ध
उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए किया जा रहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि इस नवरात्र से दुग्ध विकास विभाग गाय के दूध से बने उत्पाद बाजार में लाने
की तैयारी कर रहा है। खास तौर से विंध्याचल, काशी, मथुरा, अयोध्या जैसे
बड़े तीर्थ स्थलों पर गाय के दूध से बनी मिठाइयां उपलब्ध कराने की तैयारी
है। यह उत्पाद बढ़ेंगे तो गाय के दूध की कीमत भी बढ़ेगी। लोग गाय का
संरक्षण भी करेंगे।
उन्होंने कहा कि विरोधी दल सोचते हैं कि हम हिंदुत्व के अजेंडे के तहत गाय की बात करते हैं। हकीकत यह है कि गाय का दूध प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। गाय का दूध किडनी, कैंसर जैसी बीमारियों में लाभकारी है और कैलेस्ट्रॉल बढ़ने से रोकता है।
उन्होंने कहा कि विरोधी दल सोचते हैं कि हम हिंदुत्व के अजेंडे के तहत गाय की बात करते हैं। हकीकत यह है कि गाय का दूध प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। गाय का दूध किडनी, कैंसर जैसी बीमारियों में लाभकारी है और कैलेस्ट्रॉल बढ़ने से रोकता है।
मंत्री
ने गाय पालने वाले किसानों की आय का जिक्र करते हुए कहा कि यूपी में भैंस
का दूध 35 रुपये लीटर और गाय का दूध 22 रुपये लीटर मिलता है। प्रदेश सरकार
गाय का दूध 40-42 रुपये लीटर तक बेचे जाने के लिए काम कर रही है, इससे
गायों की भी सही देखभाल हो सकेगी और कोई उन्हें आवारा नहीं छोड़ेगा।
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